सर्व तीर्थ समन्वय धाम जो अड़सठ तीर्थालय के नाम से भी जाना जाता है। यह पर्वत आकार में बना स्वरूप श्रीमद् भागवत महापुराण के पंचम स्कंध का भौतिक मानव कृत स्वरूप है। इसके द्वारा भूमंडल क्षेत्रो (ब्रह्मांड में सभी स्थानों की स्थिति) का वर्णन किया गया है। तथा इसके चारों ओर गोलाकार बनी छतरियो में पवित्र नदियों के जल एवं रेणुका शिलाखंड विद्यमान है। मध्य भाग में बने इस सुमेरू पर्वत के नीचे कश्यप भगवान का स्वरूप विद्यमान है। रामधाम की अलौकिकता में एक भाग इस सर्व तीर्थ समन्वय धाम का भी है।